Purvanchal Today News: (देवरिया)। उद्यमिता व नवाचार के लिहाज से देश के महत्वपूर्ण स्थलों का भ्रमण करते 500 यात्रियों से भरी जागृति की रेल यात्रा 26 नवंबर को देवरिया आ रही है। 16 नवंबर को मुंबई से शुरु हुई यह यात्रा 15 दिन में भारत के विभिन्न इलाकों में 8,000 किलोमीटर का सफर पूरा करेगी।
मार्केटिंग निदेशक मीनल लाल ने बताया कि अपने 17वें वर्ष में, एसबीआई द्वारा समर्थित जागृति यात्रा विविध पृष्ठभूमि से जोशीले युवाओं को एक साथ लाती है, जो उन्हें भारत के टियर 2 और टियर 3 शहरों की वास्तविकताओं को समझने और हल करने के लिए सशक्त बनाती है। 26 नवंबर को यह यात्रा देवरिया जिले के बरपार गांव में रात्रि विश्राम करेगी। यहां यात्रियों को जागृति उद्यम केंद्र–पूर्वांचल (जेईसीपी) के मॉडल से रूबरू कराया जाएगा। साथ ही यात्री स्थानीय स्तर पर उद्यम आधारित विकास की चुनौतियों पर चर्चा करेंगे। यह स्थल उनके लिए कार्यशाला जैसा अनुभव प्रदान करेगा। 27 नवंबर को जागृति यात्रा दिल्ली के लिए रवाना होगी।
उन्होंने बताया कि हुबली, बेंगलुरु, मदुरै, विशाखापट्टनम दिल्ली, जयपुर दिल्ली सहित 12 स्थलों से गुजरते हुए हमारे यात्री जमीनी स्तर के शोध कर्ताओं और सामाजिक उद्यमियों से मिलेंगे, जो पहले से ही भारत के भविष्य को फिर से परिभाषित कर रहे हैं। 15 दिनों की यह अनूठी ट्रेन यात्रा युवाओं को प्रेरित कर उनमें नेतृत्व की क्षमता विकसित करेगी। जो भारत के टियर 2 और टियर 3 शहरों में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन के अगुवा बनेंगे। इस यात्रा में 50% से अधिक सफल उद्यमी हैं, जो बाकी लोगों के लिए प्रेरणास्रोत की भूमिका निभा सकते हैं।
मीनल लाल ने बताया कि जागृति यात्रा, जागृति सेवा संस्थान की एक प्रमुख पहल है, जो युवा भारतीयों को अनुभवात्मक शिक्षा, उद्यमशीलता और सतत परिवर्तन के माध्यम से सामाजिक रूप से जागरूक नेता बनने के लिए सशक्त बनाती है। 2008 में स्थापित, इस गैर-लाभकारी संस्था ने पूरे भारत में सामाजिक जागरूकता की लहर को उत्प्रेरित किया है, जो वैश्विक प्रासंगिकता वाले स्थानीय समाधानों के लिए प्रेरणादायक साबित होगी।